प्रेरणा की तलाश है? स्वामी विवेकानंद के इन अमृतमय वचनों से पाएं जीवन का सार।
Buy Gift: https://s.click.aliexpress.com/e/_DnnfK8Z
Personal Touch
As someone who has always been fascinated by the power of positive thinking and self-belief, Swami Vivekananda’s quotes have been a constant source of inspiration for my hindu friend. One quote that particularly resonates with him is, “Arise, awake, and stop not till the goal is reached.” This simple yet powerful message is a reminder to never give up on your dreams. In this post, I’ve compiled 82 of his most powerful thoughts to share that inspiration with you and my friend. I hope you find them as motivating as I do!
You can connect with me on LinkedIn: https://www.linkedin.com/in/nadeem-ahmed2/
स्वामी विवेकानन्द के अनमोल विचार हिंदी में
मनोबल और आत्मविश्वास पर
- “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए.”
- “खुद को कमज़ोर समझना सबसे बड़ा पाप है.”
- “जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी. जिस दिन आपके सामने समस्या न आए आप यकीन कर सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर चल रहे हैं.”
शिक्षा और ज्ञान पर
- “जब तक जीना, तब तक सीखना” – अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक हैं.
- “तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना है। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नहीं है.”
- “ज्ञान का प्रकाश सभी अंधेरों को खत्म कर देता है.”
दूसरों के लिए और समाज के लिए
- “पहले हर अच्छी बात का मजाक बनता है। फिर विरोध होता है। अंत में उसे स्वीकार कर लिया जाता है.”
- “दुनिया एक महान व्यायामशाला है, जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं.”
- “मनुष्य जितना अपने अंदर से करुणा, दयालुता और प्रेम से भरा होगा, वह संसार को भी उसी तरह पायेगा.”
ईश्वर और सत्य पर
- “जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप ईश्वर पर विश्वास नहीं कर सकते.”
- “सच को कहने के हजारों तरीके हो सकते हैं और फिर भी सच तो वही रहता है.”
- “धर्म कल्पना की चीज नहीं है, प्रत्यक्ष दर्शन की चीज है। जिसने एक भी महान आत्मा के दर्शन कर लिए वह अनेक पुस्तकी पंडितों से बढ़कर है.”
कर्म और सफलता पर
- “एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ.”
- “जो अग्नि हमें गर्मी देती है, हमें नष्ट भी कर सकती है, यह अग्नि का दोष नहीं हैं। चिंतन करो, चिंता नहीं, नए विचारों को जन्म दो.”
- “सब कुछ खोने से ज्यादा बुरा उस उम्मीद को खो देना जिसके भरोसे हम सब कुछ वापस पा सकते हैं.”
बल और संयम पर
- “शक्ति जीवन है, निर्बलता मृत्यु हैं.”
- “कोई भी चीज, जो तुम्हें शारीरिक, मानसिक और धार्मिक रूप से कमजोर करती है, उसे जहर की भांति त्याग दो.”
- “बाहरी स्वभाव केवल अंदरूनी स्वभाव का बड़ा रूप हैं.”
मन की शक्ति पर
- “हम जो कुछ हैं वह अपने विचारों की देन हैं। इसलिए आप जो कुछ सोचो बहुत ही सावधानी पूर्वक सोचो. विचार के बाद ही शब्द आते हैं। विचार जिंदा रहता है और शब्द यात्रा करते हैं.”
- “दिन-रात अपने मस्तिष्क को, उच्चकोटि के विचारो से भरो। जो फल प्राप्त होगा वह निश्चित ही अनोखा होगा.”
- “जिसके साथ श्रेष्ठ विचार रहते हैं, वह कभी भी अकेला नहीं रह सकता.”
आशा और सकारात्मकता पर
- “जितनी गहरी निराशा, उतनी ही पास सफलता.”
- “हर एक इंसान अपने भाग्य का निर्माता होता है। आप परिस्थितियों के दास नहीं हैं। आप उन परिस्थितियों को बदलने की शक्ति रखते हैं।”
सेवा और कर्तव्य पर
- “दीन दुखियों की सेवा ही सच्ची पूजा है।”
- “पहले अपने कर्तव्य को करो, अधिकार तो तुम्हारे पीछे पीछे आयेंगे.”
परिवर्तन और विकास पर
- “जो बदलने के लिए तैयार नहीं वो नष्ट हो जाएगा.”
- “हमारे भीतर अपार शक्ति है। इसे जगाओ और महान बनो.”
आत्मविश्वास और आत्मसम्मान पर
- “दुनिया तुम्हें इस तरह देखेगी जैसा तुम खुद को देखते हो.”
- “आत्म सम्मान मनुष्य का आभूषण है। इसे बनाये रखो.”
@quotegravity जीवन बदलने वाले Swami Vivekananda के विचार! #SwamiVivekananda #Inspiration ♬ original sound – QuoteGravity
आध्यात्मिकता और आत्मज्ञान पर
- “आत्मतत्व का ज्ञान ही सच्चा ज्ञान है.”
- “जब तक तुम अपने आप को नहीं जानते तब तक आप भगवान को नहीं जान सकते.”
स्नेह और भाईचारा पर
- “जो लोग आपकी मदद करते हैं उन्हें कभी मत भूलो। जो आपको प्यार करते हैं उनसे कभी घृणा न करो। जो लोग तुम पर भरोसा करते हैं उन्हें कभी भी धोखा न दो.”
- “सब धर्मों का सार सार्वभौमिक प्रेम है.”
जीवन और मृत्यु पर
- “मृत्यु जीवन का अंत नहीं है, बल्कि एक नई शुरुआत है.”
- “जीवन को बड़े उत्साह से जियो.”
ईश्वर और प्रार्थना पर
- “ईश्वर सर्वव्यापक है। वह हर जगह मौजूद है.”
- “प्रार्थना कमजोरी की निशानी नहीं बल्कि शक्ति का स्रोत है.”
दृढ़ संकल्प और साहस पर
- “दुनिया में सबसे बड़ी बीमारी है – कमजोरी का भाव।”
- “सफलता का रहस्य उत्साह है।”
आलोचना और असफलता पर
- “पहले हर अच्छी बात का मजाक बनता है। फिर विरोध होता है। अंत में उसे स्वीकार कर लिया जाता है।”
- “हर असफलता के साथ सफलता के द्वार खुलते हैं.”
समय प्रबंधन और सार्थक जीवन पर
- “एक मिनट को भी व्यर्थ मत गंवाओ। तुम जितना जल्दी हो सके उतना महान बनने का प्रयत्न करो.”
- “जीवन में महान कार्य करने की इच्छा रखो।”
शिक्षा और चरित्र निर्माण पर
- “शिक्षा का उद्देश्य ज्ञान का संग्रह नहीं, बल्कि चरित्र का निर्माण है।”
- “पढ़ाई ऐसी होनी चाहिए जिससे चरित्र का निर्माण हो और बुद्धि का विकास हो.”
युवाओं के लिए प्रेरणा
- “युवाओं में है राष्ट्र का भविष्य. उन्हें जगाओ और राष्ट्र जागेगा.”
- “आज का युवा कैसा है, कल का भारत कैसा होगा.”
स्वास्थ्य और योग पर
- “स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है.”
- “योग मनुष्य को शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ रखता है.”
धन और संतोष पर
- “धन दास नहीं बल्कि मित्र होना चाहिए.”
- “सच्चा सुख संतोष में है, भौतिक चीजों में नहीं.”
महिला सशक्तिकरण पर
- “जब तक हम अपनी माताओं और बहनों को जगा नहीं देते तब तक हम राष्ट्र का उत्थान नहीं कर सकते.”
- “महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण समाज की प्रगति का आधार है.”
शिक्षा पद्धति पर
- “हमें ऐसी शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता है जो सिर्फ किताबों तक सीमित न हो, बल्कि व्यावहारिक अनुभव प्रदान करे.”
- “बच्चों को रटने के लिए बाध्य मत करो, उनकी जिज्ञासा को जगाओ.”
विज्ञान और आध्यात्मिकता पर
- “विज्ञान और आध्यात्मिकता एक दूसरे के पूरक हैं। इनमें विरोध नहीं है.”
- “विज्ञान हमें बाहरी जगत का ज्ञान देता है, जबकि आध्यात्मिकता हमें आंतरिक जगत का ज्ञान कराती है.”
राष्ट्रवाद और सेवा पर
- “सच्चा राष्ट्रवाद दूसरों के लिए जीने और उनकी सेवा करने में है.”
- “अपने देश से प्रेम करो, लेकिन दूसरों के देशों का भी सम्मान करो.”
क्षमा और करुणा पर
- “क्षमा शक्ति का दूसरा रूप है। कमजोर लोग कभी माफ नहीं करते.”
- “करुणा ही मनुष्यता का सर्वोच्च धर्म है.”
अंतर्मुखी जागरण और ध्यान पर
- “बाहरी सुख की खोज छोड़ो, अपने अंदर के आनंद को जगाओ.”
- “ध्यान आत्मिक शक्ति का स्रोत है.”
क्या आप सफलता और खुशी चाहते हैं? स्वामी विवेकानंद के इन प्रेरक विचारों से जीवन में नई ऊर्जा पाएं!#स्वामीविवेकानंद #प्रेरणादायकविचार #जीवनमंत्र #सफलता #खुशी #हिंदीकोट्स
Post Link: https://t.co/1Ufual3Mf1स्वामी-विवेकानंद-के-प्रे/ pic.twitter.com/UsnQhnzntY
— QuoteGravity (@TheQuoteGravity) April 14, 2024
मृत्यु पर विजय (Conquering Death)
- “मृत्यु का भय ही सबसे बड़ा भय है। इस भय को जीतो और तुम अमर हो जाओगे.”
(Fear of death is the biggest fear. Conquer this fear and you become immortal.)
कर्मयोग (Karma Yoga)
- “कर्म करो, फल की चिंता मत करो.”
(Perform your duties without worrying about the outcome.) - “कर्म ही पूजा है।”
(Action itself is worship.)
स्वतंत्रता (Freedom)
- “स्वतंत्रता वह है जो तुम्हें ऊपर उठाए, नीचे गिराने वाली नहीं।”
(Freedom is that which lifts you up, not pulls you down.) - “सच्ची स्वतंत्रता आंतरिक स्वतंत्रता है।”
(True freedom is inner freedom.)
साहित्य और कला (Literature and Art)
- “साहित्य और कला समाज का दर्पण होते हैं।”
(Literature and art are the mirrors of society.) - “साहित्य और कला मानव जीवन को सुंदर बनाते हैं।”
(Literature and art beautify human life.)
ईश्वर की प्राप्ति (Attaining God)
- “ईश्वर हर जगह विद्यमान है। उसे अपने हृदय में खोजो।”
(God is present everywhere. Seek him within your heart.) - “प्रेम ही ईश्वर प्राप्ति का मार्ग है।”
(Love is the path to attaining God.)
मन की शक्ति का उपयोग (Harnessing the Power of the Mind)
- “तुम जो सोचते हो, वही बन जाते हो। अपने विचारों को सकारात्मक रखो।”
(You become what you think. Keep your thoughts positive.) - “मन एक शक्तिशाली उपकरण है। इसका सही से उपयोग करो।”
(The mind is a powerful tool. Use it wisely.)
संयम और अनुशासन (Self-Control and Discipline)
- “इंद्रियों को अपने वश में करो, सुखों के पीछे मत भागो।”
(Control your senses, don’t chase after pleasures.) - “अनुशासन ही सफलता की कुंजी है।”
(Discipline is the key to success.)
जीवन का उद्देश्य (The Purpose of Life)
- “जीवन का उद्देश्य आत्मज्ञान प्राप्त करना है।”
(The purpose of life is to attain self-knowledge.) - “दूसरों की सेवा करो और मानवता का भला करो।”
(Serve others and contribute to humanity.)
अहंकार का त्याग (Renouncing Ego)
- “अहंकार ही सबसे बड़ा दुःख है। इसका त्याग करो।”
(Ego is the biggest source of suffering. Renounce it.) - “सेवा भाव से काम करो, अहंकार मत करो।”
(Work with a spirit of service, not ego.)
मौन का महत्व (The Importance of Silence)
- “कभी-कभी मौन हजारों शब्दों से ज्यादा बोलता है।”
(Sometimes silence speaks louder than a thousand words.) - “शांत मन ही ईश्वर का अनुभव कर सकता है।”
(Only a calm mind can experience God.)